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यह कहानी है केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर के पूर्व छात्र वरुन ग्रोवर की जिन्होंने 12 वर्ष की उम्र से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय गोमतीनगर में की l आज वरुण ग्रोवर बॉलीवुड के जगमगाते वरुण है जिन्हें वर्ष 2015-16 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार दिया गया l वरुण गुरुवार आज बॉलीवुड में पटकथा लेखक गीतकार व्यंग्यकार एवं हास्य अभिनेता की भूमिका अदा कर रहे हैं l इन्हें फिल्म फेयर पुरस्कार के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए भी नामित किया गया हैl 13 दिसंबर 2019 को संगीत नाटक अकैडमी में इनका एक कार्यक्रम था जिसमें उन्होंने केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर में अपने बचपन के दिनों की यादें साझा कीl हास्य व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय कैसा विद्यालय हैं जिसे हिंदी मीडियम वाले लोग अंग्रेजी मीडियम का समझते हैं एवं अंग्रेजी मीडियम वाले लोग हिंदी मीडियम का समझते हैं l हास्य-व्यंग्य कार बनने में इन्होंने अपने बचपन के दिनों के अनुभव का बहुत बड़ा योगदान बताया हैl 12 वर्ष की उम्र में यह काफी मोटे एवं ज्यादा वजन के थे जिसके कारण सहपाठी इनको चिढ़ाते रहते थेl लेकिन उन्होंने सबसे पहले अपने आप पर हंसना सीखा और स्वयं अपना नाम करण वरुण ग्रोवर के बजाए बैलून गुरुवर कर दियाl केंद्रीय विद्यालय के बारे में उन्होंने कहा यह विद्यालय देश के सभी विद्यालयों में काफी अच्छा है क्योंकि यहां जात-पात ऊंच-नीच एवं धार्मिक संकीर्णता का कोई भेदभाव नहीं होता साथ ही अखिल भारतीय राष्ट्रीयता की शिक्षा भी दी जाती हैl शिक्षण के दौरान कुछ अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बयान किया कि पहली से चौथी कालांश के दौरान हम कभी गेम्स मांगते नहीं थे एवं पांचवी से आठवीं कालांश के दौरान जब भी गेम्स मांगते तो शिक्षक मना नहीं करतेl कालांश के दौरान हम सभी सहपाठी अंताक्षरी खेलते एवं उसी में कई सारे फिल्मों के गीत याद हो आतेl इन्हीं से मुझे गीत लिखने की प्रेरणा मिलीl संगीत नाटक अकैडमी में चल रहे शो के दौरान उन्होंने कहा की गोमती नगर के विवेक खंड यह मेरा पैट्रिक निवास है जहां मैं 1991 से 2003 तक रहाl बीएचयू से आईआईटी करने के बाद सॉफ्टवेयर कंपनी मैं नौकरी की जिसमें मन नहीं लगा और चले गए बॉलीवुड में बतौर एक लेखक के रूप मेंl यह मोह मोह के धागे, मसान उड़ता पंजाब दम लगा के हईशा सैक्रेड गेम्स सोन चिड़िया सुई धागे गैंगस ऑफ वासेपुर काला उड़ता पंजाब एवं न्यूटन जैसी कई फिल्मों में गीतकार एवं अभिनेता के रूप में कार्य कियाl यहां तक कि फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने वरुण ग्रोवर के बारे में कहा कि कई फिल्मों के पुरस्कार मैंने वरुण के कारण जीते हैंl वरुण ग्रोवर के नवोदित एवं सुनहरी कहानी के पीछे उनका संघर्ष में जीवन भी है जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि एक समय ऐसा आया कि जब इनके पास पैसे नहीं थे एवं गुमनामी का लंबा दौर थाl लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी एवं अपने साहस एवं कठोर लगन के सहारे सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंच गएl
कल दिनांक 13 दिसंबर 2019 को संगीत नाटक अकैडमी में आयोजित इनका प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया तथा ठहाके एवं तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठाl मैं स्वयं इस कार्यक्रम का प्रत्यक्षदर्शी था एवं वरुण ग्रोवर के परफॉर्मेंस ने मेरा दिल जीत लियाl
द्वारा के के सिंह
केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर