ये नक्शा नक्श नहीं है इसमें वीरो की जवानी है
किसी की मांग की सिंदूर किसी मा की निशानी है
मेरी मिट्टी को मत तकना तू अपनी नीची (उल्टा) आंखो ने
मिटा देंगे तेरी हस्ती हमारे वीर जवानों ने।
ये हिंदोस्ता नया है इसकी बाजू मे रवानी है
बदलते हिंद के ताकत की फौलादी कहानी है
मेरी सरहद को मत तकना कभी नापाक इरादो से
नहीं तो ख़ाक मे मिल जाएगा अपनी नादानी से।