मै हार गया तू जीत गई

भावो पर प्रहार कर

निश्च्छल हृदय पर वार कर

इतराती इठलाती

अपने मन को प्रीत गई

मै हार गया तू जीत गई

ख्वाबों को चयनित कर

देखे थे सपने मिलकर

अपने खातिर संघर्ष करेंगे

मै रहा अटूट तू टूट गई

मै हार गया तू जीत गई।

आशंका थी जो गर

खड़ा नहीं मै पैरो पर

मुझसे साझा तो करती

तुम तो लेकिन मौन गई

मै हार गया तू जीत गई।

करता हर हसरत पूरी

गर जो मेरा साथ देती

कुछ मै करता कुछ तुम करती

पर तुम तो मुझसे दूर गई

मै हार गया तू जीत गई।

मै तेरे बिना अधूरा हूं

तू मेरे बिना भी पूरी है

मेरे मन को उष्ण कर

अपने मन को सीत गई

मै हार गया तू जीत गई।

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