हमने सीखा है,चिड़ियो को चहचहाने देना
घर की बाल्कनी से थाल और ताल बजाना
ए.क्यू.आई. लेवल कम करना
प्रदूषण मुक्त बदलो को निहारना
जल, राशन और बीजली बचाना
हमने सीखा है
हमने सीखा है कैदियो को रिहा कर खुद कैद हो जाना
बड़े बुजुर्गो के साथ समय बिताना
संयुक्त परिवार के खट्टे मीठे अहसासों को गुदगुदाना
चोरी झूठ बलात्कार को ख़त्म करना
साफ सफाई और सच्चाई पेश करना
हमने सीखा है
हमने सीखा है बाइयो और नौकरो को सवैतनिक छुट्टी देना
जरूरत पड़ने पर गरीबो असहायों की सहायता करना
राष्ट्र की सीमाओ से निकालकर विश्व परिदृश्य की ओर झाकना
झाड़ फूक जादू टोना जंतर मंतर को त्यागना
ज्ञान विज्ञान व अनुसंधान को आत्मसात करना
हमने सीखा है
हमने सीखा है समानता के उञ्च स्तर को स्थापित करना
भेद भाव मिटा कर आपस मे प्रेम करना
मंदिर मस्जिद चर्च गुरुद्वारे तक के द्वार बंद करना
राष्ट्र सेवा मे लगे लोगो के लिए समर्पण का भाव पैदा करना
अपनी दृढ़ इछ शक्ति को शशक्त करना
हमने सीखा है
आखिर किसने सिखाया है ये सब, एक सूक्ष्म विषाणु ने
जिसका जीनोम हम अब तक ढूंढ ना पाये
द्वारा,
कृष्ण कुमार सिंह
गोमती नगर, लखनऊ