गाँधी जी तो आँधी थे।

लोकतन्त्र की थाती थे, गांधी जी तो आँधी थे जन गण मन के भाग्य विधाता, भारत माँ की लाली थे  लोकतन्त्र की थाती थे, गांधी जी तो आँधी थे।   अठारह सौ उनहत्तर मे,जनम लिया इस शूरपुत्र ने अठारह सौ तिरानवे मे अफ्रीका को हुए रवाना सत्याग्रह अहिंसा संग,किया प्रयोग फिर बहिष्कार का उन्नीस सौ आठ […]

मै नारी हूँ

     मै नारी हूँ मै नारी हूँ नारी हूँ, और एक अबला की कहानी हूँ जाने कितने अपशब्दों की बेजुबान गाली हूँ कहने को रूपक, देवी दुर्गा और काली हूँ महिला उत्पीड़न, भ्रूण हत्या की अधिकारी हूँ । तुम बात करते हो ना, आधी आबादी की आज़ादी की फिर क्यों नहीं देते,अपने मनमर्जी की शादी की […]

जल बीना सब सूना सूना

  अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस पर विशेष स्वरचित कविता साझा कर रहा हूँ।                    जल बीना सब सूना सूना जल बीना सब सूना सूना, जल बीना अधूरा है      आओ मिल के जल बचाएं, हम सब मिल के कल बचाएं।                          सूखी धरती सूखा अंबर, […]

हमने सीखा है

हमने सीखा है,चिड़ियो को चहचहाने देना घर की बाल्कनी से थाल और ताल बजाना   ए.क्यू.आई. लेवल कम करना प्रदूषण मुक्त बदलो को निहारना जल, राशन और बीजली बचाना          हमने सीखा है हमने सीखा है कैदियो को रिहा कर खुद कैद हो जाना बड़े बुजुर्गो के साथ समय बिताना संयुक्त परिवार के खट्टे […]

मेरा भारत देश महान

मेरा भारत देश महान मेरा भारत देश महान उत्तर- दक्षिण पूरब- पश्चिम सारी दिशा हमारी है हिमालय से महहिंद तक, भारत हमको प्यारी है पूरब है है अरुणाचल और पश्चिम राजस्थान जय जवान जय किसान मेरा भारत देश महान। गंगा जमुना कावेरी की, कल-कल करती धारा है सुजला सुफला शस्य श्यामला, भारतवर्ष हमारा है देश […]

यह राष्ट्र है, यह राष्ट्र है

कौमी एवं राष्ट्रीय एकता को समर्पित इन पंक्तियों का गीत संगीत एवं गायन मैंने स्वयं किया है। आशा करता हूँ आप सभी इसे पसंद करेंगे। गंगा यहाँ यहाँ जमुना, नर्मदा कृष्णा यहाँ गलवान का यहाँ शौर्य है, लद्दाख की क्या बात है। यह राष्ट्र है, यह राष्ट्र है यह राष्ट्र है, यह राष्ट्र है। हिन्दू […]

वंदे है भारती, मातरम तु भारती

वंदे है भारती, मातरम तु भारती वंदे है भारती, मातरम तु भारती स्वयंप्रभा समुज्व्ला संप्रभुता पुकारती स्वयंप्रभा समुज्व्ला संप्रभुता पुकारती वंदे तू है भारती मातरम भी भारती वंदे तू है भारती मातरम भी भारती I वंदे है भारती, मातरम तु भारती वंदे है भारती, मातरम तु भारती त्रिशूल खडग बाण से दुश्मनों को ताड़ती त्रिशूल […]

महात्मा गांधी

02 अक्टूबर 2020। गाँधीजी डेढ़ सौ वर्ष के हो गए।  आजादी के बाद यदि सबसे ज्यादा रिसर्च किसी महापुरुष के ऊपर हुआ है तो वह हैं महात्मा गांधी।  लेकिन लोग सबसे कम किसी के बारे में जानते हैं तो वे हैं महात्मा गांधी। मैं चंद पंक्तियों के माध्यम से गांधी दर्शन को पढ़ने की कोशिश […]

स्वर्गीय अमर श्री लाल बहादुर शास्त्री जी

स्वर्गीय अमर श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के 115वे जन्म दिवस के अवसर पर उन्हे समर्पित स्वरचित कविता धन्य भाग्य वो भारत भूमि जिसने दिये एक लाल देश को संघर्षो की अग्नि मे तप के पले बढ़े वे लाल देश के आज़ादी के स्वप्न सुधा मे बढ़े चले वे सतत निरंतर गिरफ़्तार हो कर के […]

मेड इन चाइना

देखी है सारी गलिया, तुझ सा ना कोई छलिया लोकतन्त्र की कर दी तूने हत्या…… देखा है तेरा जज्बा, कर के हर जगा कब्जा दिखाया तूने अपना चेहरा…… मेड इन चाइना तुने दिया कोरोना लाखो को मार के अब तो खुश हो ना………. ओ हो ओ हो मेड इन चाइना तुने दिया कोरोना लाखो को […]